how to start a bee farm in India

आप मधुमक्खी पालन शुरू करना चाहते हैं तो आप सही जगह हैं। आप को हमारी वेबसाइट पर पूरी जानकारी मिलेगी।

भारत में मधुमक्खी पालन के लिए आपको सबसे पहले इसकी जानकारी लेनी होगी। और इसके लिए आपको कोई न कोई मार्गदर्शक भी चाहिए।

यहाँ आपको वो सभी जानकारी मिलेगी जिससे आप मधुमक्खी पालन आसानी से समझ सकते हैं।

मधुमक्खी पालन क्या है ?

मधुमक्खी पालन का इतिहास बहुत प्राचीन है बहुत से प्राचीन पूजा पद्धतियों व दवाइयों में इसका उपयोग व लाभ दिया हुआ है। प्राचीन काल में जंगलों में प्राकृतिक तरीके से ही मधुमक्खियां अपना घर बनाती थीं परन्तु आज के आधुनिक युग में उसे अधिक व्यवस्थित किया है। मधुमक्खी पालन को व्यवस्थित ढंग से करने की प्रक्रिया को ही मधुमक्खी पालन कहा जाता है।

भारत में बहुत सारे लोगों का जीवन और रोजगार मधुमक्खी पालन पर निर्भर करता है। यह बहुत ही आसानी से व गांवों में बेरोजगारी दूर करने का बहुत ही अच्छा उद्योग बन सकता है क्योंकि यह हमें बहुत प्रकार के उपयोगी पदार्थ हमें देता है। शहद के अलावा भी बहुत सी चीजें हमें मधुमक्खी पालन से मिलती हैं।

भारत में ज्यादातर मधुमक्खी पालन प्रचलित तरीके से किया व सीखा जाता है परन्तु कुछ ऐसे संसथान हैं जहाँ पर आप एक व्यवस्थित तरीके से सम्पूर्ण कोर्स कर सकते हैं जिनमे से कुछ दिनों के या कुछ महीनो के या सालाना भी होते हैं जिसकी विस्तृत जानकारी हम आपको अपनी वेबसाइट के जरिये देने का प्रयास करेंगे।

वैसे तो मधुमक्खी पालन करने व सीखने के लिए कोई विशेष योग्यता की आवशयकता नहीं है परन्तु जब आप किसी विधिवत कोर्स की बात करते हैं तो वहां कुछ नियम व योग्यता होना जरुरी हो जाता है। आप हमारे चैनल के माध्यम से भी मधुमक्खी पालन के विषय में बहुत कुछ सीख सकते हैं जिसका लिंक हमारे वेबसाइट के ऊपरी भाग में दायीं तरफ सोशल मीडिया लिंक्स में दिया है।

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आप यदि मधुमक्खी पालन करना चाहते हो और फ़ार्म बनाना चाहते हैं तो आपको कम से कम 50 मधुमक्खियों की कॉलोनी से शुरु करना चाहिये। इसकी अनुमानित लागत लगभग 2.5 लाख रुपए होगी।

इसके लिये आप को अपनी स्वयं की जमीन होना आवश्यक नहीं है अपनी मधुमक्खी के फ़ार्म को आप किसी भी जगह रख सकते हैं किसी बगीचे में, खाली किसी जमीन पर, खेतों  इत्यादि। 

जब आप 50 कॉलोनी से फ़ार्म शुरु करते हैं तो आप की सालाना आमदन लगभग 3 लाख रुपए तक हो सकती है किन्तु बहुत सी जगहों पर आपको मधुमक्खियों को स्थानांतरित करना होता है। जिन स्थानों पर अमृत (फूलों का रस) समाप्त हो जाता है उन  जगहों पर आपको मधुमक्खियों का स्थान बदलना पड़ेगा।

जल्दी ही आपको इस पेज पर बहुत से लिंक मिलेंगे जिनसे आप मधुमक्खी पालन सीखेंगे।


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